महानगर के चीमा चौक में एक उद्यमी को झांसा देकर 10 लाख की नगदी से भरा बैग व लैपटॉप चुराने की वारदात का पुलिस कमिश्नरेट लुधियाना ने सुलझा लेने का दावा किया है। इस वारदात के पीछे नई दिल्ली के अपराध के लिए बदनाम क्षेत्र मदनगिरी के मद्रासी गैंग का हाथ था तथा इस वारदात को दो नाबालिग ब”ाों ने अंजाम दिया था। इस संंबंधी पत्रकारों को जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर डा. सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि यह वारदात 11 अप्रैल को आरके रोड चीमा चौक के नजदीक हुई थी जब उद्यमी की अर्टिगा कार के पीछे कुछ तेज की लीकेज का झांसा देकर बाइक सवार दो युवकों ने पहले तो कार रूकवाई और जब कार का मालिक उद्यमी व उसका ड्राइवर लीकेज देेखने के लिए नीचे उतरे तो पीछे से बाइक सवार कार में पडा बैग उडाकर फरार हो गए। जिसमें दस लाख रूपये की नगदी व लैपटाप मौजूद थे। बाद में जांच व सर्च के दौरान दिल्ली की किरपाल नगर पुली से चोरी हुआ ब्रीफकेस, एक लेपटाप किट सहित & लाख 87 सौ की नगदी मिल गई थी। पुलिस कमिश्नर के अनुसार जब इलाके की सीसीटीवी को चेक किया गया तो जिस बाइक पर इन युवकों ने वारदात की थी, उसके नंबर की आरसी से एड्रैस पता करवाया तो वह दिल्ली के मदनगिरी इलाके का निकला तथा यह बाइक आरोपी के नाम पर ही था।
जोकि दोनों नाबालिग थे तथा 15 व 17 साल के है। मौके पर रेड करके इन्हें काबू करके जुवेनाइल बोर्ड में पेश किया जा रहा है। सीपी के अनुसार इन दोनों नाबालिग का पूर्व में कोई आपराधिक रिकार्ड सामने नहीं आया है लेकिन जिस एरिया से यह संबंधित है, वहां के लोग अलग अलग जगहों पर इस प्रकार की वारदातों में शामिल होने के लिए नामचीन है तथा यहां के रहने वो पहले लुधियाना में भी वारदातें कर चुके है और गिरफतार हो चुके है। दोनों नाबालिग बाइक पर ही अपने किसी परिचित की कोर्ट में पेशी पर ही आए हुए थे तथा जाते हुए इन्होंने इस कार मालिक को अपना टार्गेट बनाकर वारदात को अंजाम दे दिया। इनके कब्जे से छह लाख पचास हजार रूपये घर से बरामद कर लिये गए है व बाइक भी बरामद कर लिया गया है।